प्रतियोगी परीक्षा मेंं अपना स्कोर कैसे सुधारें । कुछ महत्वपूर्ण बातें।
गणितीय अभियोग्यता एसएससी अथवा किसी अन्य सरकारी परीक्षा के सबसे कठिन भागों में से एक है। हांलाकि ज्यादातर प्रतियोगी गणितीय अभियोग्यता खण्ड से भयभीत रहते हैं लेकिन यह झूठी क्विदंती है कि आप गणित खण्ड में बेहतर स्कोर नहीं कर सकते हैं। यद्यपि यह खण्ड काफी चुनौतीभरा है, लेकिन यह परीक्षा में सबसे स्कोरिंग खण्ड माना जाता है और वरीयता सूची में आपके स्थान को सुनिश्चित कर सकता है।
किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये आपको प्रत्येक खण्ड में अच्छा स्कोर करने की जरूरत है और ऐसा करने के लिये आपको प्रत्येक खण्ड को सुधारने के तरीकों के बारे में पता होना आवश्यक है। इसे ध्यान में रखकर हम आपके लिये गणित के खण्ड को सुधारने हेतु महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत कर रहे हैं।
अधिकांश प्रतियोगी परीक्षाओं में अपना श्रेष्ठतम देने के लिये गणित में निपुण होना अति आवश्यक है। इस खण्ड में प्रश्न प्रतियोगी की संख्याओं के साथ उसके कौशल व जानकारी होने की क्षमता जांचनें के उद्देश्य से तैयार किये जाते हैं।
हाल के वर्षों में, गणित खण्ड में प्रमुख बदलाव सामने आये हैं। लगभग 75% प्रश्न आसानी से हल किये जा सकते हें लेकिन आपकी तैयारी शेष 25% प्रश्नों को हल करने की होनी चाहिए। यही एक सफल प्रतियोगी और सफलता के लिये प्रयासरत प्रतियोगी में अंतर पैदा करता है।
हम गणित के प्रति अपना व्यवहार कैसे बदलें?
हम गणित खण्ड के सभी प्रश्नों को दो भागों में विभाजित कर सकते हैं:
1. सरल और स्कोरिंग प्रश्न: आप गणित खण्ड की शुरुआत इन प्रश्नों से कर सकते हैं। साधारणतय: ये प्रश्न हल करने में आसान होते हैं, समय कम लेते हैं और अधिक सटीकता से हल किये जा सकते हैं। इस श्रेणी के अंतर्गत पूछे जाने वाले विषय हैं:
- सरलीकरण
- अंकगणित विषय: आयु, प्रतिशत, साधारण/चक्रवृद्धि ब्याज, लाभ और हानि, अनुपात और समानुपात पर आधारित प्रश्न।
- आंकड़ों की व्याख्या
2. समय लेने वाले प्रश्न: इस श्रेणी के प्रश्न उपरोक्त विषयों के प्रश्नों की तुलना में कठिन होते हैं और इसलिये इन्हें हल करने में अधिक समय लगता है। प्रथम श्रेणी के प्रश्नों को हल करने के बाद ही इन प्रश्नों को हल करें। इस श्रेणी के कुछ प्रश्न ट्रिक पर आधारित भी हो सकते हैं। सटीकता परीक्षा से पहले किये गये अभ्यास पर निर्भर करती है। इस श्रेणी में शामिल किये गये विषय हैं:
- प्रायकिता
- चरघातांकीय समीकरण
- अंकगणित विषय: मिश्रण व सम्मिश्रण, कार्य और समय, चाल, दूरी और समय
- संख्या श्रेणी
वे विद्यार्थी जो गणित में बेहतर अंक हासिल करना चाहते हैं, वे पहली श्रेणी के प्रश्नों को हल कर लें और दूसरी श्रेणी से कुछ सवाल हल कर सकते हैं। इतना काफी होगा लेकिन फिर भी सदैव याद रखें कि :
‘साधारण और असाधारण में मुख्य अंतर थोड़े अधिक का है।‘ जिमी जॉनसन
थोड़ा अधिक अभ्यास करें और सफलता आपकी होगी क्योंकि छोटी छोटी चीजें बड़ा अंतर पैदा कर देती हैं।
प्रतियोगी परीक्षा के गणित खण्ड में श्रेष्ठता के लिये 10 आधारभूत बातें
गणित खण्ड में तैयारी की अपनी रणनीति से आगे बढ़ने के साथ, आइए इस खण्ड में अधिक स्कोर करने के लिये गणित की कुछ ट्रिक्स के बारे में चर्चा करते हैं।
- सरल से शुरुआत करें: अपने सामर्थ्य के बाहर प्रयास न करें। हो सकता है कि आपका स्तर बढ़ने में कई दिन लगें, लेकिन याद रखिये कि धीमा किन्तु निरंतर प्रयास करने वालों की विजय होती है। इसलिये आधारभूत जानकारी से शुरुआत करें, पुराने, आसान सवालों को हल करें और उनका अभ्यास करें।
- एक समय में एक ही काम लें: गणित में एक दिन में सबकुछ याद करने की कोशिश न करें। उदाहरण के लिये, किसी एक दिन के लिये वह विषय पकड़ें जिसे आप पढ़ना चाहते हैं और श्रेष्ठ बनना चाहते हैं जैसे: प्रतिशत, कार्य और समय या क्षेत्रमिति आदि।
- विश्वसनीय स्त्रोतो से ही गणित अध्ययन करें: गूगल पर लाभ और हानि अथवा औसत के शार्ट ट्रिक खोजना समझदारी नहीं है। एक अच्छी गणित की किताब लें और इससे रोज अभ्यास करें।
- कोई भी विषय अधूरा न छोड़ें: यदि आपको कोई चीज समझ में नहीं आती है, तो अगले विषय पर जाने से पहले आप उस विषय में श्रेष्ठ बनने पर ध्यान दें। यह कठिन सुनाई देता है, लेकिन यह बहुत आवश्यक है। यदि आपको विषय के साथ समस्या है, उसमें समझ में आने तक अभ्यास करते रहें और सफलतापूर्वक समस्या पर काम कर सकते हो।
- कभी-कभार पेपर-पेन का उपयोग जरूरी है: जब आप गणित के सवालों को हल करने की शुरुआत करें, तो बिना कुछ लिखे समस्या से हल तक सभी कुछ दिमाग में न सोचें। यदि आप एक समय में कई चीजों पर ध्यान देंगे, जो कि सामान्य है, तो हो सकता है कि आप कोई न कोई गलती करें और समस्या में फंस जायें। तो अच्छा होगा कि आप पहले समस्या को लिख लें।
- बहुत जल्दी हार न मानें: कुछ उदाहरणों को हल करें। जब आपको लगे कि आप विषय में पारंगत हो गये हैं, तो उत्तर सहित कुछ समस्याओं को हल करके देखें कि आपको सही उत्तर मिल रहा है अथवा नहीं। जब तक कहा न जाये तब तक कैलकुलेटर का उपयोग न करें।
- खुद को चुनौती दें: यदि एक बार आप आसानी से आधारभूत तथ्यों को शीघ्रता व सरलता से समझ गये हैं तो फिर स्वयं को चुनौती दें। अपनी क्षमता में वृद्धि करें और जितना संभव हो शीघ्रता और सटीकता से गणना हल करने का अभ्यास करें।
- महत्वपूर्ण बातों को लिख लें: सदैव अपने पास नोटबुक रखें जिसमें आप महत्वपूर्ण बिन्दु और सूत्र लिखते हैं। इससे आपको परीक्षा के दिन सबसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं और सूत्रों को दोहराने में मदद मिलेगी।
- विषयों को अपनी सुविधानुसार क्रम मे रखना बहुत जरूरी है: आपको उन विषयों के बारे में जरूर पता होना चाहिए जिनमें आप न्यूनतम से अधिकतम सुविधाक्रम में हैं। आपको यह भी जानना चाहिए कि प्रश्न में कठिनाई का क्या स्तर हो सकता है जो आप परीक्षा में झेल सकें। इससे आपको परीक्षा में बिना किसी परेशानी के अपनी तैयारी के स्तर अनुसार प्रश्नपत्र हल करने में आसानी होगी।
- अधिक से अधिक अभ्यास करें: ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट देने की कोशिश करें। जब आपके पास कुछ गिनती के दिन शेष बचें हों तो मॉक टेस्ट देने और उनके अध्ययन के सिवा अन्य कोई चीज आपकी मदद नहीं कर सकती है। मॉक टेस्ट से आपको समय प्रबंधन, प्रश्नों के चुनाव, और टेस्ट पास करने के लिये प्रभावी रणनीति बनाने में मदद मिलेगी
प्रतियोगी परीक्षाओं में गणितीय अभियोग्यता खण्ड को हल करने के दौरान कई सामान्य गलतियाँ करते हैं। आइए कुछ प्रमुख गलतियों पर विचार करें:
1. पूरी तरह से प्रश्न को न पढ़ना: गणितीय खण्ड में छात्रों द्वारा यह गलती बहुंत आम है। प्रश्नों को जल्दी से हल करने के लिये, वे प्रश्न को पूरी तरीके से नहीं समझते हैं और कुछ गलती कर बैठते हैं। इस समस्या के कारण आपको परेशानी हो सकती है क्योंकि प्रश्न को तरीके से हल करने के बाद भी आपको सही उत्तर नहीं मिलता है। और इसके बाद, गलती ढूढ़ना बहुत बड़ा काम होता है। इसलिये, आगे बढ़ने से पहले दो बार पढ़ें।
2. जोखिम भरे शार्टकट: यदि आपने एक विशेष शार्टकट और ट्रिक को अपने अभ्यास के दौरान कई प्रश्नों पर लागू किया है तो उसके साथ आगे बढ़े। लेकिन यदि आपने कुछ शार्टकट पर मात्र नजरभर अथवा अपने अभ्यास के आखिरी चरण में प्रयोग करके देखा है तो आप इसका परीक्षा में प्रयोग न करें क्योंकि हो सकता है कि आप इन शार्टकट के लागू होने की शर्तों से अंजान हों। चाहे अधिक समय क्यों न लगे, प्रश्न को पारंपरिक तरीके से हल करें।
3. अंदाजा लगाना: प्रतियोगी परीक्षाओं में गलत उत्तर देने पर अंकों की कटौती को ध्यान में रखते हुए कोई भी अंदाजा लगाने से बचें।
प्रतियोगी परीक्षाओं के गणितीय खण्ड के लिये सर्वश्रेष्ठ किताब
परीक्षा में अधिक स्कोर और अधिक प्रश्न हल करने के लिये, आपको सर्वश्रेष्ठ गणितीय अभियोग्यता की पुस्तकों से प्रश्नों का अभ्यास करना चाहिए। इन किताबों में प्रश्न को हल करने के कई तरीके दिये होते हैं। आपका समय बचाने के लिये ट्रिकी हल और शार्टकट भी दिये जाते हैं। आइए कुछ सर्वोत्तम पुस्तकों के बारे में जानते हैं।
- क्वांटम कैट (सर्वेश वर्मा)
- हाउ टू प्रीपेयर फॉर क्वांटेटिव एप्टीट्यूड फॉर द कैट (अरुण शर्मा)
- क्विकर मैथमेटिक्स (एम. टायरा)
- प्लेटफार्म सीरीज (रुकमणी पब्लिकेशन)
- क्वांटेटिव एप्टीट्यूड (के. टायरा)
- विषय अनुसार क्वांटेटिव एप्टीट्यूड (किरन पब्लिकेशन)
यदि आप उपरोक्त टिप्स एवं रणनीति का अनुसरण करें तो आप शीघ्र ही गणित में निपुण हो सकते हैं। आपको सदैव याद रखना चाहिए, अभ्यास ही उत्तम बनाता है और हर व्यक्ति को हर चीज हर समय नहीं मिलती है।
स्वयं, अपने सामर्थ्य और अपनी मजबूती पर विश्वास रखें। चाहे कोई भी परिस्थिति क्यों न हो, सदैव स्वप्रेरित होते रहे। कभी आशा न त्यागें। अपनी कठिन मेहनत पर भरोसा रखें, एक दिन आप अपना लक्ष्य अवश्य ही हासिल कर लेंगे।
Thanks..,
please like...,
Thanks..,
please like...,
0 comments:
Post a Comment